बज्जिका । प्रदेश २ के तिसरका शक्तिशाली भाषा
२०८० कार्तिक २५ गते बज्जिकाञ्चल दैनिक
प्रदेश २ अपनेआपमे भाषिक विविधताके जिला हए । कुछ महिनापहिले भाषा आयोगद्वारा जनकपुरमे आयोजित एक दिवसीय गोष्ठीमे प्रदेश २ मे सभी भाषाभाषीके संख्या ८९ रहल एगो कार्यपत्रमे उलेख कएलगेल रहे । प्रदेशके भाषिक नीति चाहे प्रदेशको कामकाजके भाषाके विषयपर औपचारिक निर्णय अभीतक नलेलगेल हए मगर भितरेभितरे एईपर काम होरहल हए । प्रदेशके जनसंख्यामे भाषाके अवस्थाके आधारपर प्रदेशके भाषाके कामकाजके भाषा बनाबेके सम्मान होएके चाहिँ कहके बात उठरहल हए । एई अवस्थामे प्रदेश २ के प्रमुख भाषाके चर्चा करनाइ उचित होई ।
प्रदेश २ के सप्तरी जिलामे ७९ प्रतिशत मैथिली भाषाभाषी, १० प्रतिशत थारू, ४ प्रतिशत नेपाली आ ४ प्रतिशत उर्दू भाषाभाषी रहल हए । अइसही सिरहा जिलामे ८६ प्रतिशत मैथिली, ४ प्रतिशत नेपाली आ ४ प्रतिशत उर्दू भाषाभाषी रहल हए । धनुषा जिलामे ८६ प्रतिशत मैथिली, ४ प्रतिशत नेपाली, ३ प्रतिशत मगही, २ प्रतिशत उर्दू भाषाभाषी रहल हए । महोत्तरी जिलामे ८१ प्रतिशत मैथिली, ६ प्रतिशत नेपाली आ १ प्रतिशत उर्दू भाषाभाषी रहल हए । सर्लाही जिलामे ४९ प्रतिशत बज्जिका, १२ प्रतिशत नेपाली, २ प्रतिशत मैथिली, ६ प्रतिशत उर्दू आ २ प्रतिशत थारू भाषाभाषी रहल हए । रौतहट जिलामे ६० प्रतिशत बज्जिका, ६ प्रतिशत नेपाली, ६ प्रतिशत उर्दू, ३ प्रतिशत मैथिली आ ३ प्रतिशत थारू भाषाभाषी रहल हए । बारामे भोजपुरी ७२ प्रतिशत, नेपाली १० प्रतिशत, थारू ८ प्रतिशत, मैथिली ४ प्रतिशत आ उर्दू २ प्रतिशत भाषाभाषी रहल हए । अइसही पर्सामे ७८ प्रतिशत भोजपुरी, ६ प्रतिशत नेपाली, ५ प्रतिशत मैथिली, ४ प्रतिशत थारू आ २ प्रतिशत उर्दू भाषाभाषी रहल हए ।
जिलागत भाषिक तथ्यांकमे सप्तरीसे महोत्तरीतकके ४गो जिलामे अधिक लोगके बोलेजाएबाला भाषा मैथिली हए । महोत्तरी पछिमके ४ जिलामध्ये सर्लाही आ रौतहटमे क्रमशः ४९ आ ६० प्रतिशत लोग बज्जिका भाषा बोलले तथा बारा आ पर्सामे करिब दू तिहाई भोजपुरी मातृभाषी रहल देखलगेल हए । जनगणना २०६८ के तथ्यांकके देखलापर आठो जिलामे औसतमे ४४ प्रतिशतके मातृभाषा मैथिली, १९ प्रतिशतके मातृभाषा भोजपुरी, १४ प्रतिशतके मातृभाषा बज्जिका, ७ प्रतिशतके मातृभाषा नेपाली, ४ प्रतिशतके मातृभाषा उर्दू आ ४ प्रतिशतके मातृभाषा थारु रहल मिलइअ । देशके तथ्यांक देखलापर नेपालीभाषी करिब ४५ प्रतिशत, मैथिलीभाषी करिब १२ प्रतिशत, भोजपुरीपुरीभाषी करिब ६ प्रतिशत, थारूभाषी करिब ६ प्रतिशत आ बज्जिकाभाषी करिब ३ प्रतिशत रहल हए ।
संवैधानिक व्यवस्था आ मातृभाषा बोलेबालाके भाषिक बाहुल्यताके हिसाबसे प्रदेश २ मे मैथिली, भोजपुरी आ बज्जिका भाषाके सरकारी कामकाजके भाषा बनाएल जासकइअ ।
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